80+ Best Navjot Singh Sidhu Shayari

Navjot Singh Sidhu Shayari आपने यह नाम अवश्य ही सुना होगा, क्योंकि यदि आप क्रिकेट प्रेमी हैं तब भी यह नाम आपके सामने आया होगा, यदि आप टीवी शो देखते हैं तब भी यह नाम आपके सामने कई बार आया होगा। यदि आप शायरी पसंद करते हैं फिर तो इसके नाम के बारे में आपको जरूर पता होगा, क्योंकि यह एक ऐसी शख्सियत है जिन्होंने क्रिकेट से लेकर राजनीति तक अपने करियर को बना रखा है।
इसलिए आज हम Navjot Singh Sidhu Shayari लेकर आये हैं, जिसमें आपको Navjot Singh Sidhu Motivational Shayari, Navjot Singh Sidhu Shayari In Comedy Nights With Kapil, Navjot Singh Sidhu Cricket Shayari In Hindi और navjot singh sidhu funny shayari पढ़ने को मिलेगी।
Navjot Singh Sidhu Shayari
दिल तोड़ना किसी के लिए खेल भी हो सकता है
प्यार अगर सच्चा हो तो रब से मेल भी हो सकता है
बिजली के झटके जैसा हुस्न लेकर मत निकला करो ए हसीना
कमजोर दिल वालों का हार्ट फैल भी हो सकता है
गुलाब अच्छा है सागर अच्छा या जाम अच्छा है
आपकी आंखों के लिए कौनसा नाम अच्छा है
जीने के लिए तेरा एक अरमान ही काफी है
दिल की कलम से लिखी यह दास्तान ही काफी है
तीर ओ तलवार की तुझे क्या ज़रूरत ए हसीना
क़त्ल करने के लिए तेरी एक मुस्कान ही काफी है
परखना मत, परखने से कोई अपना नहीं रहता
किसी भी आईने में, देर तक चेहरा नहीं रहता
बड़े लोगों से मिलना हो तो ज़रा फांसला रखना
दरिया जहाँ, समंदर में मिला दरिया नहीं रहता
हम तो आशिक़ हैं मेहबूब की बात करते हैं
याद आ जाये कोई हसीं, तो रब से फरियाद करते हैं
और कब कभी ज़िक्र करना हो शोख फूलों का
तो आपकी मुस्कुराहट की बात करते हैं
रुलाने वालों की दुनियाँ में तू हँसाने वाला निकला
लोग दर्द बांटते हैं तू दर्द मिटाने वाला निकला
हँसी हँसी में तूने की है सबकी बोलती बंद
सोचा शिकवा करूँ तेरा खुदा से पर वो भी तेरा चाहने वाला निकला

जो दिल से दे दुआ तो भिखारी भी अमीर है
मोती ना दे सके तो समंदर फकीर है
देता रहेगा सारे अंधेरों को रोशनी
जब तक तेरे वजूद में रोशन जमीर है
मोहब्बत के बिना कोई जवानी भी जवानी नहीं होती
लहरों के बिना सागर में भी कोई रवानी नहीं होती
वो बुरा ही सही, अधर्मी ही सही मगर यह भी सच है
विलेन के बिना कोई कहानी भी कहानी नहीं होती
जोड़ने वाले को मान मिलता है
तोड़ने वाले को अपमान मिलता है,
और जो खुशियाँ बाँट सके उसे सम्मान मिलता है
खुदा ने जब फुर्सत में तुम्हें बनाया होगा
एक सरूर सा उसके दिल पे छाया होगा
तेरी आँखों में समंदर के नज़ारे भर के
तुझे धरती पर भेजने से पहले
खुदा का भी ईमान डगमगाया होगा
Navjot Singh Sidhu Motivational Shayari

क्या मिलेगा मार कर किसी को जान से
मारना हो, तो मार डालो एहसान से
दुश्मन मर नहीं सकता,
कभी नुकसान से
पर सर उठा के चल नहीं सकता,
मरा हुआ एहसान से
इबादत नहीं सिर्फ माला को घुमा देना,
इबादत है किसी भूखे को रोटी खिला देना,
किसी रोते हुए को हसा देना,
किसी उजड़े हुए को बसा देना.
शेर चला करते हैं,
खुद्दार चला करते हैं,
सिर ऊंचा करके कौम पे,
सनी देओल जैसे सरदार चला करते हैं।
निकाल दे अपने दिल से हर डर को,
नजारे मिलेंगे नए फिर तेरी नजर को,
दामन भर जाएगा सितारों से तेरा
ये दुनिया देखेगी तब तेरे उभरते हुनर को
कहते हैं जहां सिर झुक जाये वहीं मंदिर,
जहां हर नदी सम जाये वहीं समंदर है,
जीवन की इस कर्मभूमि में युद्ध बहुत है,
जो हर जंग जीत जाये वही सलमान जैसा सिकंदर है।
आप आये जैसे बहार आ गई,
सावन की रिमझिम जैसे फुन्हार आ गई,
मेरी बात पर अगर हंस दिए हुस्न-ए-आला
मानो हंसो की एक कतार आ गई।
सोच ऊंची बंदा शहनशाह शाहों का शाह
और सोच नीची
आदमी बिखारी हाथ मे
टूठा थन थन पाल मदन गोपाल
क्या कभी उल्लू को रात में सोता देखा है |
क्या कभी मछलियों को साबुन से नहाते देखा है |
आदते जो लग जाते कहा वो जल्दी बदलती है |
क्या कभी कुत्ते की दूम को सीधी होते देखा है |

समुद्र शांत हो तो कोई भी नाव चला लेता हैं,
असली मज़ा तो तुफानों से कस्ती निकालने में आता हैं।
सभी को सभी कुछ हासिल नहीं मिलता
नदी की हर लहर को साहिल नहीं मिलता
ये दिल वालों की दुनिया है
अजब है दास्तान इसकी
किसी से दिल नहीं मिलता ओर कोई दिल से नहीं मिलता
Navjot Singh Sidhu Shayari In Comedy Nights With Kapil
खुदी से खुद का अंदाज़ा नहीं होता,
बाहर आने से पहले फूल भी ताज़ा नहीं होता,
कोशिशे करते रहो तो जान जाओगे,
मुकद्दर का हमेशा बंद दरवाजा नहीं होता
लाखों हसीं जहां में है पर मुझे यकीन है,
कि यहां तुमसे मिलता जुलता कोई दूसरा नहीं है,
ये नूर, ये निखार, ये शोखियां, ये बाघपन,
अगर कहीं जन्नत है तो यहीं है।
सूरज हूँ जिंदगी की चमक छोड़ जाऊँगा,
फिर लौट आने की खनक छोड़ जाऊँगा
मै सबकी आँखों से आंसू समेट कर,
सबके दिलो में अपनी झलक छोड़ जाऊँगा
जीने के लिये तेरा एक अरमान ही काफी,
दिल की कलम से लिखी ये दास्तान ही काफी है,
तीरों-तलवार की तुझे क्या जरुरत है हसीना,
क़त्ल करने के लिये तेरी मुस्कान ही काफी है।
सात सुरों के रंग आपके अंदर मिलते हैं
यह वो साहिल हैं जिसपे जा के समंदर मिलते हैं
देश और दुनियाँ महकती है जिसके संगीत से
युगों युगों के बाद ऐसे मस्त कलंदर मिलते हैं

हर आरजू हमेशा अधूरी नहीं होती,
सच्चे रिश्तों में कभी दूरी नहीं होती,
और जिस दिल में सोनम जैसी महबूबा बस्ती हो,
उसके लिये तो धड़कन भी जरूरी नही होती।
मौसम को सुहाना गुलों को रंगीन बना देती है
वो जब निकलती है घर से दुनियाँ को हसीन बना देती है
है वो जादू आपके चेहरे की हसीन रंगत में
जो ब्लैक एंड व्हाइट टीवी को कलर स्क्रीन बना देती है
पानी की बूंद कही टिकती नहीं,
ईमानदारी मुझे कही दिखती नहीं
खरीददारो की मंडी में खड़ा है सिधु,
जितनी मर्जी बोली लगा कुछ चीजे ऐसी है जो बिकती नहीं
हर दिन के बाद यहाँ रात होती है,
हार जीत मेरे दोस्त साथ साथ होती है,
कोई कितने भी बनाले हवा में महल
मिलता वही है गुरु जो औकाद होती है.
कमल सी कोमल है वो, हर पंखुड़ी जैसे गुलाब है
उसकी बातों में है ग़ज़ल, वो किसी शायर का ख्वाब है
यह अदाएँ यह शोहकियाँ, मोह लेती है दिलों को
लफ्ज़ लफ्ज़ महकता है जिसका, आप हुस्न की वो किताब हैं
Navjot Singh Sidhu Cricket Shayari In Hindi

जूनून है आंधियो में भी चिरागों को जला देता है,
वो जूनून है आग पानी में लगा देता है,
ये नयी सुबह का सूरज है,
इसे गौर से देख क्रिकेट वालो को ये अंदाज नया देता है
गुलिस्तां में जाकर हर रंग को देखा
ना तेरे जैसी रंगत है ना तेरे जैसी खुशबू
हादसों के शहर में हादसों से डरता है,
मिटटी का खिलौना है फना होने से डरता है
मेरे दिल के कौने में एक मासूम सा बच्चा,
बड़ो की देख के ये दुनिया ये बड़ा होने से डरता है
नवजोत सिंह सिधु क्रिकेट शायरी इन हिंदी
कोई भी मुश्किल पर अपना सिक्का चलाते हैं
हौंसलों से अपने आँधियों में भी दिए जला आते हैं
जब उतरते हैं लेकर मजबूत इरादे मैदान मैं
भारत माता के यह सपूत विश्व विजेता कहलाते हैं
गुलाबो की खुशबु दीवारे रोक नहीं सकती,
हवाओ का बहाव मीनारे रोक नहीं सकती,
बुलंद हौसले ही जीवन की हकीकत है,
फौलादो की तकदीर तब्दिरे रोक नहीं सकती.
रग रग मैं अभिनय हैं जिनके इन्हें कलाकार कहते हैं
हीरे की तरह वो सदा ही चमकते रहते हैं
यारों यह वो दमदार सितारे हैं रंगमंच के
जो 100 के भी रिचार्ज पे हज़ार का टॉकटाइम देते हैं
नाम लेकर महबूब का दीवानों ने आज मोहब्बत का जाम पिया है
इंसान नहीं फरिश्ता है वो जो दूसरों के लिए जिया है
लोग तो करते हैं सिर्फ अपने घर को रोशन ज़माने में
विराट कोहली वो चिराग है जिसने हिंदुस्तान को रोशन किया है
Navjot Singh Sidhu Funny Shayari

कभी उल्लु को रात को सोते हुए देखा है
कभी मछलियों को साबुन से नहाते हुए देखा है
अरे वो आदत कैसी जो आदत बदल जाये
किसी कुत्ते की दुम को सीधे होते हुए देखा है
उठते हैं अंगारे सुरमई माहौल हो जाता है
फुट जाते हैं जवालामुखी
दिल आउट ऑफ कंट्रोल हो जाता है
पत्थरों को भी फूल कर दे जो अपने हुस्न से
आपके छू लेने से तो पानी भी पेट्रोल हो जाता है
(Kapil Sharma Show में यह शायरी सिधु पाजी ने Sunny Leone के आने पर बोली थी)
हर किरदार से खुद को ऐसा जोड़ देता है
जब मारता है बाज़ी तो रिकॉर्ड तोड़ देता है
यह मैं नहीं कहता सुना है ज़माने से
यह दिलों के साथ होंटों पर भी असर छोड़ देता है
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नवजोत सिंह सिधु फनी शायरी
आग कहीं भड़काना ना भूल जाये,
बिजली कहीं कड़कना ना भूल जाये,
संभलके रखना ऐ नौजवानों अपना दिल,
बिपासा को देखके कहीं धड़कना ना भूल जाये।
आसमान से उतर कर एक परी आ गयी
इन निगाहों के सामने हसीन घड़ी आ गयी
दिए तो पहले ही जल रहा थे महफ़िल में यारो
अब दिलों में आग लगाने सुंदर फुलझड़ी आ गयी
चांद को चांदनी सावन को बहारों का एहसास हो जाता
खिल उठते यह फूल जब आपका दीदार ए खास हो जाता
काश आप पर होता सब्जेक्ट कोई स्कूल में
दिल लगा कर पड़ता हर कोई पास हो जाता
Navjot Singh Sidhu Shayari In Hindi
आयु थोड़ी बड़ी है, लेकिन उत्साह आज भी वही है
नदी चाहे गहरी है लेकिन प्रवाह आज भी वही है
वही दमखम वही चम चम, मन ठाठ वही है
तलवार पुरानी है पर धार और काट आज भी वही है

मंजिले उनको मिलती है
जिनके सपनों में जान होती है
पंखो से कुछ नहीं होता
हौसलों से उड़ान होती है
जो छलकता है घड़ा वो आधा भरा होता है
और सोना भी भट्टी में पड़ के ही खरा होता है
एक बात बता दूं तुम्हें ए दोस्त
आदमी पैसे से नहीं कर्म से बड़ा होता है
जहां हर सर झुका जाए वही मंदिर है
जहां हर नदी समा जाए वही समंदर है
बुलबुलों के पंखो मे बंधे हुए कभी बाज़ नहीं रहते,
बुझदिलो और कायरो के हाथ कभी राज़ नहीं रहते
सर झुकाकर चलने की आदत पड़ जाये जिस इंसान को
उस इंसान के सर पर कभी ताज नहीं रहते.
Navjot Singh Sidhu Shayari Collection

इबादत नहीं सिर्फ माला को घुमा देना…
इबादत है किसी भूखे को रोटी खिला देना,
किसी रोते हुए को हसा देना,
किसी उजड़े हुए को बसा देना
कांटो में रहकर भी फूलो की तरह महकना सीखो
कीचड़ में रहकर भी दोस्तों कमल की तरह खिलना सीखो
जो परिस्थितियों से घबरा जाये वो लौह पुरुष हो नहीं सकता
राख में रहकर भी अंगारों की तरह दहकना सीखो
सिकंदर हालात के आगे नहीं झुकता
तारा टूट भी जाये जमीन पर आकर नहीं गिरता
गिरते है हजारो दरिया समंदर में
पर कोई समंदर किसी दरिया में नहीं गिरता
प्रेम परिचय को पहचान बना देता है
वीराने को गुलिस्तान बना देता है
मै आप बीती कहता हु गैरो कि नही
प्रेम इंसान को भगवान बना देता है।
जो वक़्त अपना बर्बाद नहीं करता
किसी की दुनिया आबाद नहीं करता
जिस किसी ने जगह मिलेगी जीत से
हारने वालो को जमाना याद नहीं करता
Conclusion
दोस्तों यह था एक छोटा सा Navjot singh sidhu shayari collection जिसमें आपने मुख्य रूप से comedy nights with kapil में नवजोत सिंह सिधु द्वारा बोली गयी शायरी को देखा। Navjot singh sidhu shayari in hindi का कलेक्शन यह बहुत बड़ा है पर हमने उसमें से कुछ बहरीन शायरी को आपके साथ साँझा किया है।
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