75+ Saree Shayari: साड़ी पर शायरी | best shayari on saree
सर्वोत्तम साड़ी ढूँढना चाहते हैं? आज हम आपके लिए Saree Shayari लेकर आये हैं, जिसमें आपके साथ saree shayari in hindi और shayari on saree शेयर की जाएगी इसको पूरा जरूर पढ़ें और अपने जानने वालों के साथ शेयर भी करें।
साड़ी एक इस्त्रियों के पहनने का भारतीय पहनावा है जो बहुत पुरातन समय से इस्त्रियाँ पहनती आ रही हैं। अलग अलग प्रकार की बहुत सी किस्मों की साड़ियाँ आती हैं। और साड़ी पहनने के बाद इस्त्रियों की खूबसूरती में चार चांद लग जाते हैं।
यदि आप किसी की तारीफ करने के लिए साड़ी पर शायरी की तलाश कर रहे हैं तो आपको यहाँ सबसे बेहतरीन saree shayari मिलेगी। इस शायरी को आप किसी को भी भेज कर उसकी खूबसूरत साड़ी की तारीफ कर सकते हैं। तो चलिए दोस्तों शुरू करते हैं साड़ी शायरी।
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saree shayari: साड़ी पर शायरी
आज भी उतनी ही खूबसूरत दिखती हो साड़ी में, ये बात और है, अब हमें निहारने की इजाज़त नहीं।
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तारीफ़ करता था मैं उसकी जुल्फों की, मेरे लफ़्ज कम पड़ गये जब उसने साड़ी पहन ली।
आज मैंने साड़ी क्या पहनी, मुझे खुद से इश्क़ हो गया।
यूँ तो हर कपड़े में खूबसूरत दिखती हो, पर साड़ी में तो हद ही पार कर देती हो।
नारंगी साड़ी में ये कातिलाना मुस्कान, क्या सच में ले लोगी मेरी जान।
लाल रंग की साड़ी पर शायरी
लाल साड़ी पहन कर जब तुम आती हो सबके दिलों पे फिर कहर ढाती हो
लाल साड़ी में देखा तुझे तेरा दीवाना हो गया मेरा दिल तेरा होकर मुझसे ही बेगाना हो गया
साड़ी पहन कर आई तुम रंग जिसका लाल है खूबसूरती की सारी हदें पार कर लग रही कमाल है
मेरे दिल पर इश्क़ का उसने डाला है जाल वो आज फिर से साड़ी पहन आयी है लाल
हरी साड़ी पर शायरी
हरी साड़ी तेरी लग रही कामाल है तू मुझको आज लग रही बवाल है
देखा जब तेरी तस्वीर को निहारता रह गया मेरा दिल तेरी हरी साड़ी में कहीं अटक गया
साड़ी में उनकी एक झलक क्या देखी, इन आँखों ने पलक झपकना ही बंद कर दिया।
साड़ी में देखकर उन्हें अपनी आँखे बंद कर ली, ये कह कर कि कही उनको मेरी नजर ना लग जाएँ।
गुलाबी साड़ी पर शायरी
कयामत तो नहीं देखी, मगर हां, उसे गुलाबी साड़ी में देखा है।
गुलाबी साड़ी में खूबसूरत लगते है, ऐसा वो हमेशा कहते है, अब उन्हें कैसे बताएं हम तैयार भी तो उनके लिए ही होते है।
ना जाने कितने दिलों का वो कत्ल करने आई है, एक खूबसूरत हसीना गुलाबी साड़ी पहनकर आई है।
साड़ी के पल्लू को कमर में यूँ ना सरेआम दबाया करो, कमर का तो पता नहीं, दिल हमारा लचक जाता है।
पीले रंग की साड़ी पर शायरी
कितनी सुंदर लगती है वह नारी, जिसने पहन रखी हो पीले रंग की साड़ी।
यूँ तो हर कपड़े में खूबसूरत दिखती हो, पर साड़ी में तो हद ही पार कर देती हो।
आज तुम यूँ साड़ी पहन कर सामने आ गई, मैं घटा मानता था तुम तो बिजली गिरा गई।
चेहरे की मुस्कान तेरी और भी कमाल होती, बस लाल साड़ी पर तेरी बिंदी भी लाल होती।
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Shayari On Saree
गज़ब हो तुम, ये नखरे तुम्हारे बवाल
पहनती हो जब तुम साड़ी लगती हो कमाल.
Gazab Ho Tum, Ye Nakhre Tumhaare Bawal,
Pahanti Ho Jab Tum Saari Lagti Ho Kamal.
साड़ी में उसका पेट दिखा,
जीन्स टॉप में दिखी है कमर,
शोर्ट स्कर्ट में दिखती है टाँगे
कितनी खराब है मेरी नजर.
Saari Me Uska Pet Dikha,
Jeans Top Me Dikhi Hai Kamar,
Short Skirt Me Dikhti Hai Tange
Kitni Kharab Hai Meri Nazar.
साड़ी पहनना बहुत पसंद है उसे,
और मुझे साड़ी में वो.
Saari Pahanna Bahut Pasand Hai Use,
Aur Mujhe Saari Me Wo.
shayari on saree in hindi
आने वाली पीढ़ी आंचल का सुख ना पायेगी,
जींस पहनने वाली माँ आंचल कहाँ से लायेगी।
Aane wali peedhi aanchal ka sukh na payegi
Jeans pehnne wali maa anchal kaha se layegi
नारी की शोभा अगर साड़ी से,
फिर पहनो तुम भी कुर्ता खुद्दारी से।
Nari ki shobha agar saree se
Fir pehno tum bhi kurta khuddari se
खूबसूरती तेरी जैसे कोई निकल आया चाँद
जब पहनती हो साड़ी कुछ नहीं खूबसूरत तेरे बाद
Khubsurti teri jaise koi nikal aaya chand
Jab pehnti ho saree kuch nahi khubsurat tere baad
attitude shayari on saree
मैं जब निकलती हूँ पहन कर साड़ी
मुझे देख जलती हैं जींस वाली भी सारी
Main jab nikalti hu pehna kar saree
Mujhe dekh jalti hai jeans wali ladkiyan sari
उसने कहा साड़ी पहनकर मैं लगती हूँ आग
मैंने कहा चल यहां से भाग
Usne kaha saree pahan kar main lagati hu aag
Maine kaha chal yaha se bhaag
साड़ी एकमात्र ऐसा परिधान है,
जो सदियों से फैशन में है.
Saree EKmatra Aisa Paridhan Hai,
Jo Sadiyo Se Fashion Me Hai.
hindi shayari on saree
जब मैं एक साड़ी पहनती हूं,
तो मैं खुद को स्त्री महसूस करती हूं.
Jab Mai Ek Saree Pahanti Hu,
To Mai Khud Ko Stree Mahsus Karti Hu.
आप बिना साड़ी के भारतीय,
जीवन को अनुभव नहीं कर सकते.
Aap Bina Saree Ke Bhartiya,
Jivan Ko Anubhav Nahi Kar Sakte.
कोई भी वस्त्र किसी भारतीय लड़की को
साड़ी जितनी खूबसूरत नहीं बनाती
Koi bhi vastr kisi bhartiya ladki ko
Saree jitni khubsurat nahi banati
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Chashma shayari
beautiful saree shayari
मैं जीन्स नहीं पहनती
तुम मुझे साड़ी में अपना लेना
मैं होना चाहती हूं आपकी
तुम मुझे अपना बना लेना
Main jeans nahi pahanti
Tum mujhe saree me apna lena
Main hona chahti hu aapki
Tum mujhe apna bana lena
तुम साड़ी पहनकर मुझे कर रही हो दीवाना
तुम मेरी हो जाओ मुझे तुमसे दिल है लगाना
Tum saree pahankar mujhe kar rahi ho deewana
Tum meri ho jao mujhe tumse dil hai lagana
यह अपनी अदाएं ज़रा कम दिखाया करो
हम घायल हो जाते हैं तेरी अदाओं से
यह साड़ी पहन मेरे सामने मत आया करो
Yeh apni adayein zara kam dikhaya karo
Hum ghayal ho jaate hai teri adaaon se
Yeh saree pehan mere samne mat aaya karo
saree shayari instagram in hindi
कभी लाल कभी पीली कभी गुलाबी साड़ी,
मुझे ज़ख़्मी किया ज़ालिम तेरे इन्ही हथियारो ने।
Kabhi laal kabhi peeli kabhi gulabi saree
Mujhe zakhmi kiya zaalim tere inhi hathiyaron ne
साड़ी पहनकर तुम मेरी निकाल रही हो जान
यह अदाएं मत दिखाओ कहीं मेरे निकल ना जाये प्राण
Saree pahankar tum meri nikal rahi ho jaan
Yeh adayein mat dikhao kahi mere nikal na jaaye paraan
रंग साड़ी का और निखरेगा
फूल गेंदे का इक लगाओ तो
(सफ़ीया चौधरी)
Rang saree ka aur nikhrega
Phool gende ka ik lagao toh
साड़ी स्टेटस इन हिंदी
पल्लू गिरता हुआ साड़ी का उठा कर ‘मंसूर’
चलती है छलकी हुई दूध की गागर की तरह
(मंसूर आफ़ाक़)
Pallu girta hua saree ka utha kar mansoor
Chalti hai chhalki huyi doodh ki gagar ki tarah
इक तस्वीर में लहराया नीली साड़ी का पल्लू
एक दिवाना उस तस्वीर पे मी-रक़सम करता था
(ओसामा ज़ाकिर)
Ik tasveer mein lehraya neeli saree ka pallu
Ek deewana us tasveer pe mi-raqsam karta tha
जब वो निकले पहन कर साड़ी
तब यह देखे दुनियाँ सारी
Jab woh nikle pehan kar saree
Tab yeh dekhe duniya saari
saree shayari in hindi
साड़ी में देखा था उसे और अपनाया था
साड़ी में देख कर मेरा दिल उस पर आया था
Saree mein dekha tha usey aur apnaya tha
Saree mein dekh kar mera dil us par aaya tha
वो मॉडर्न जमाने मे भी साड़ी पहन कर आती है
उसकी यही क़ातिल अदाएं मेरे दिल को भाती हैं
Woh modern zamane me bhi saree pehan kar aati hai
Uski ye qatil adayein mere dil ko bahati hai
जब वो साड़ी पहन बनकर आयी बवाल
मैंने उसके कदमों में अपना दिल दिया डाल
Jab Woh Saree Pehan Bankar Aayi Bawal
Maine Usme Kadmo Me Apna Dil Diya Daal
black saree shayari
मैं तारीफ करता था उसकी खूबसूरती कि,
मेरे लफ़्ज़ कम पड़ गए जब उसने काली साड़ी पहन ली
Main Tareef Karta Tha Uski Khubsurti Ki
Mere Lafz Kam Pad Gaye Jab Usne Kaali Saree Pehan Li
काली साड़ी में कैसी लगती हूँ वो पूछी अपने जान से,
आशिक बोला ‘हीरा’ निकल रहा हो जैसे कोयले की खान से.
Kali Saree Me Kaisi Lagti Hu Vo Puchhi Apne Jaan Se,
Aashq Bola ‘Heera’ Nikal Raha Ho Jaise Koyale Ki Khan Se.
एक तो काली साड़ी ऊपर से गालों पर तिल,
आगे बढ़ेगा ये मोहब्बत या फिर जलेगा दिल.
Ek To Kaali Saree Upar Se Gaalo Par Til,
Aage Badhega Ye Mohabbat Ya Fir Jalega Dil.
दोस्तों यदि आपको यह Saree Shayari पसंद आई है तो आप इस शायरी को अपने दोस्तों और अपनी साड़ी पहनने वाली प्रेमिका के साथ भी ज़रूर शेयर करें। यदि आप किसी की शायरी की तारीफ करना चाहते हैं तो आप इस शायरी के माध्यम से कर सकते हैं।
साड़ी भारत का एकमात्र ऐसा पहनावा है जिसे भारत में सबसे अधिक पहना जाता है बदलते दौर के साथ आज भी साड़ी अपना अस्तित्व बनाये हुए हैं।
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