30+ Matlabi Dost Shayari | New Gaddar Dost Status
In this article you will find Matlabi Dost Shayari and Gaddar Dost shayari, दोस्तों आपने दोस्ती पर बहुत सी शायरी पढ़ी और सुनी होगी लेकिन यह उससे थोड़ी अलग है क्योंकि यह शायरी गद्दार और धोखेबाज़ दोस्तों के बारे में है।
हमारी ज़िंदगी में बहुत दोस्त आते हैं कुछ ज़िन्दगी भर हमारे साथ रहते हैं और कुछ हमारी ज़िंदगी बर्बाद करके निकल जाते हैं, आज ऐसे ही कुछ दोस्तों पर शायरी लिखी है जो कहने को तो हमारे दोस्त होते हैं मगर असलियत में वो दुश्मन से भी ज्यादा खतरनाक होते हैं।
- घटिया लोगों पर शायरी
- दोगले लोगों पर शायरी
- नीच लोगों पर शायरी
- मीठे लोगों पर शायरी
- चालाक लोगों पर शायरी
- चुगलखोरों पर शायरी
- मतलबी दुनिया शायरी
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Matlabi Dost Shayari In Hindi
कभी किसी पर ज्यादा विश्वास मत करो “जानी” यहां दोस्त भी धोखा दे दिया करते हैं
Kabhi Kisi Par Jayada Vishwas Mat Karo “Jaani” Yahan Dost Bhi Dokha De Diya Karte Hain
मतलबी दोस्त शायरी
मोहब्बत से ज्यादा दोस्ती पर गुमान था मेरा दोस्त मेरे लिए मेरी जान था आखिर धोखा दिया उस दोस्त ने भी जिसके लिए मै जान देने को तैयार था
Mohabbat Se Jyada Dosti Par Guman Tha Mera Dost Mere Liye Meri Jaan Tha Aakhir Dhokha Diya Us Dost Ne Bhi Jiske Liye Main Jaan Dene Ko Teyar Tha
दोस्त बना कर वो खेल रचा रहा था मेरी मोहब्बत को मुझसे छीन कर अपनी बना रहा था दोस्ती नाम को भी वो कलंक लगा रहा था मै उस बेवफा दोस्त के धोखे में आ रहा था
Dost Bana Kar Woh Khel Racha Raha Tha Meri Mohabbat Ko Mujhse Chheen Kar Apni Bana Raha Tha Dosti Naam Ko Bhi Woh Kalank Lagaa Raha Tha Main Us Bewafa Dost Ke Dhokhe Me Aa Raha Tha
matlabi dost shayari
दोस्त पर था विश्वास उसने तोड़ दिया था अपनी मोहब्बत को हमने दोस्त के लिए छोड़ दिया था उस दोस्त ने भी हमसे धोखा किया जिसके लिए हमने अपनी मोहब्बत को बेवफा बोल दिया था
Dost Par Tha Vishvas Usne Todd Diya Tha Apni Mohabbat Ko Humne Dost Ke Liye Chhod Diya Tha Us Dost Ne Bhi Humse Dhokha Kiya Jiske Liye Humne Apni Mohabbat Ko Bewafa Bol Diya Tha
मतलबी दोस्त
दोस्तों के साथ हम खुश रहा करते थे मोहब्बत से पहले दोस्तों को वक़्त दिया करते थे उन दोस्तों के साथ हम हर रोज़ पिया करते थे आखिर बेवफा निकले दोस्त जिनके लिए हम जिया करते थे।
Doston Ke Sath Hum Khush Rahaa Karte The Mohabbat Se Pehle Doston Ko Waqt Diya Karte The Un Dosti Ke Sath Hum Har Roz Piya Karte The Akhir Bewafa Nikle Dost Jinke Liye Hum Jiya Karte The
Gaddar dost shayri
दोस्ती करने से पहले दोस्त को आज़माना चाहिए यहाँ दोस्ती के नाम पर लोग बर्बाद कर दिया करते हैं
Dosti Karne Se Pehle Dost Ko Aazmana Chahiye Yaha Dosti Ke Naam Par Logg Barbad Kar Diya Karte Hain
मतलबी लोग शायरी
वो कहती थी तुम्हारे दोस्त सही नहीं हमने उसे छोड़ दिया था आखिर फिर याद आई उसकी जब दोस्तों ने हमें दगा दिया था
Woh Kehti Thi Tumhare Dost Sahi Nahi Humne Usey Chhod Diya Tha Aakhir Fir Yaad Aayi Uski Jab Doston Ne Humein Dagaa Diya Tha
कुछ दोस्त आपके लिए आपकी जान होते हैं लेकिन वो ऊपर से आपके और दिल से शैतान होते हैं
Kuch Dost Aapke Liye Apni Jaan Hote Hai Lekin Woh Uper We Aapke Aur Dil Se Shaitan Hote H
matlabi dosti shayari
जो खुशियों में शामिल होते थे आखिर उन्होंने गम की बरसात की जब हम मुसीबत में थे तो किसी दोस्त ने भी ना हमसे बात की
Jo Khushiyon Mein Shamil Hote The Aakhir Unhone Gam Ki Barsaat Ki Jab Musibat Mein The Toh Kisi Dost Ne Bhi Naa Humse Baat Ki
आखिर बुलाने पर भी नहीं आए वो दोस्त जो कहते थे बुरे वक्त में याद करना जान लूटा देंगे
Aakhir Bulane Par Bhi Nahi Aaye Wo Dost Jo Kehte The Bure Waqt Mein Yaad Karna
Gaddar Dost Shayari / Status / Quotes
उस बेवफा ने एक दोस्त बनाया था हमसे ज्यादा उसको चाहा था उस दोस्त की बातों में आकर छोड़ दिया हमें जिसको हमने अपनी जान बनाया था
Us Bewafa Ne Ek Dost Banaya Tha Humse Jyada Usko Chaha Tha Us Dost Ki Baaton Mein Aakar Chhod Diya Humein Jisko Humne Apni Jaan Banaya Tha
कुछ लोगों की बातों में वो आया था उसको हमारे सच्च पर यकीन नहीं आया था दोस्ती तोड़ गया किसी के बहकावे में आकर मेरे दोस्त ने मुझे धोखेबाज बताया था
Kuch Logon Ki Baaton Mein Wo Aaya Tha Usko Humare Sach Par Yakin Nahi Aaya Tha Dosti Todd Gaya Kisi Ke Bahkawe Mein Aakar Mere Dost Ne Mujhe Dhokhebaj Bataya Tha
gaddar dost status
सच्चा वफादार दोस्त भी किस्मत की बात है आज के वक़्त में सबके दिल में पैसे की प्यास है जो हमारे बुरे वक्त में भी ना छोड़े साथ हमको एक ऐसे दोस्त की तलाश है
Sacha Wafadar Dost Bhi Kismat Ki Baat Hai Aaj Ke Waqt Mein Sabke Dil Mein Paison Ki Pyas H Jo Humare Bure Waqt Mein Bhi Naa Chhode Saath Humko Ek Aise Dost Ki Talash Hai
gaddar dost shayari
वो रोता हुआ हमारे पास आया था हमने गले लगा कर उसे समझाया था आखिर धोखा किया उसने हमारे साथ जिसको हमने अपना दोस्त बनाया था
Woh Rota Hua Humare Paas Aaya Tha Humne Gale Lagaa Kar Usey Samjhaya Tha Akhir Dhokha Kiya Usne Humare Sath Jisko Humne Apna Dost Banaya Tha
जो मेरे साथ बैठ कर खाना भी खाता है जो मुझे अपना भाई बताता है वो मेरा धोखेबाज दोस्त है जो गैरों के सामने मुझे बुरा बताता है
Jo Mere Sath Bethh Kar Khana Bhi Khata Hai Jo Mujhe Apna Bhai Batata Hai Wo Mera Dhokhebaj Dost Hai Jo Gairon Ke Samne Mujhe Bura Batata Hai
gaddar dost shayari 2021
दोस्ती करके कोई दगा दे गया किसी पर ना कर पाएं विश्वास कभी ऐसी वो सीख दे गया
Dosti Karke Koi Dagaa De Gaya Kisi Par Naa Kar Paayein Vishwas Kabhi Aisi Woh Seekh De Gaya
दिल से दिल मिलाया था हमने अपना हर राज अपने दोस्त को बताया था धोखा मिला आखिर उसी के हाथ से जिस दोस्त को हमने जीना सिखाया था
Dil Se Dil Milaya Tha Humne Apna Har Raaz Apne Dost Ko Bataya Tha Dhokha Mila Aakhir Uske Hath Se Jis Dost Ko Humne Jeena Sikhaya Tha
दोस्ती में धोखा शायरी
कौन कहता है कि सिर्फ मोहब्ब्त बेवफा होती है हमने दोस्ती में भी धोखे खाए है
Kon Kehta Hai Ki Sirf Mohabbat Bewafa Hoti Hai Humne Dosti Me Bhi Dhokhe Khaye Hai
इश्क़ मोहब्बत हमने कभी किया ही नहीं किसी को हमने धोखा कभी दिया ही नहीं कुछ दोस्त थे जो बीच रास्ते छोड़ गए और कुछ ने तो साथ दिया ही नहीं
Ishq Mohabbat Humne Kabhi Kiya Hi Nahi Kisi Ko Humne Dhokha Kabhi Diya Hi Nahi Kuch Dost The Jo Beech Raste Chhod Gaye Aur Kuch Ne Toh Saath Diya Hi Nahi
मुहब्बत रूठ जाए तो कोई बात नहीं दोस्त को ना रूठने दिया था कभी छोड़ दिया उसने ही साथ हमारा जिस दोस्त के लिए मुहब्बत को ठुकराया था कभी
Mohabbat Rooth Jaye Toh Koi Baat Nahi Dost Ko Naa Ruthne Diya Tha Kabhi Chhod Diya Usne Hi Saath Humara Jis Dost Ke Liye Mohabbat Ko Thukraya Tha Kabhi
Dhokhebaj Dost shayari
यारा तेरी यारी पर यह दिल कुर्बान था मगर तू दोस्त नहीं गद्दार यार था
Yaara Teri Yari Par Yeh Dil Qurban Tha Magar Tu Dost Nahi Gaddar Yaar Tha
मै हर काम में उसका साथ निभाता था कोई बोलता था उसके बारे में बुरा तो मै उसके बारे में ना सुन पाता था वो मेरे कत्ल की तैयारी में था जिस दोस्त को मै अपना भाई बताता था
Main Har Kaam Mein Uska Saath Nibhata Tha Koi Bolta Tha Uske Bare Me Bura To Main Uske Bare Me Naa Sun Paata Tha Woh Mere Qatal Ki Tayari Mein Tha Jis Dost Ko Main Apna Bhai Batata Tha
Gaddar yaar shayari
वही जिदंगी थी बस जो बीत गयी कुछ लम्हें जो गुज़ारे दोस्तों के साथ थे
Wahi Zindagi Thi Bas Jo Beet Gayi Kuch Lamhein Jo Guzare Doston Ke Sath The
इस शायरी को पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद, हम उम्मीद करते हैं कि Gaddar Dost Shayari आपको पसंद आई होगी।
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