50+ Best Bulleh Shah Shayari In Hindi (2022) | Bulleh Shah Quotes
दोस्तों आज हम आपके साथ Bulleh Shah Shayari In Hindi को सांझा करने वाले हैं, इनके द्वारा बहुत सारी शायरी और किताबें लिखी गयी हैं जिनमें से कुछ मशहूर शायरियों को हम आपके साथ शेयर करेंगे। इसमें Bulleh Shah Shayari, Bulleh Shah Quotes In Hindi, Bulleh Shah Quotes On Life & Bulleh Shah Poetry In Hindi आपके देखने को मिलेगी।।
हम उम्मीद करते हैं कि Bulleh Shah Shayari संग्रह आपको पसंद आएगा, यदि आप Bulleh Shah Shayari In Punjabi पढ़ना चाहते हैं तो यहां क्लिक करके देख सकते हो।
Bulleh Shah Shayari
छुप छुप जीना और मरना क्या ऐसे होगा क्या और करना क्या जब इश्क़-ए-समंदर में डूब जाना फिर डूबना क्या ओर तरना क्या।।
ऐथे कइयाँ नु मान वफ़ा दा ते कइयाँ नु मान अदावां दा एसी पीले पत्ते दरखतां दे सानू रहन्दा खौफ हवावां दा।।
असी नाज़ुक दिल दे बंदे हाँ साडा दिल ना यार दुखाया कर ना झूठे वादे किए कर ना झूठी कसमें खाया कर।।
पड़ पड़ आलम फ़ाज़िल होया कदे अपने आप नु पढेया ही नहीं जा जा वड़दा मंदिर मसीतां कदे अपने अंदर तू वड़ेया ही नहीं।।
कोई मुल्ल नहीं जग ते रिश्तेयां दा यह छूटते छूटते छूट जाते कभी प्यार नहीं खत्म होता दिलों से साँस खतम होते होते हो जाते।।।
Bulleh Shah Quotes In Hindi
हो यार, ओर दे हार तुमको उस हार को हार न समझना बुल्ले शाह चाहे यार कितना भी गरीब हो उसकी संगति को बेकार न समझना।।
दिल को लग जाएं रोग तो क्या करें किसी की याद में आंखें रोये तो क्या करें हम को तो मिलने की उम्मीद रहती है हर वक़्त यदि यार ही भूल जाएं तो क्या करें।।
Bulleh Shah Shayari In Hindi
जिस यार दे यार हज़ार होण उस यार नु यार ना समझीं जेहड़ा हद्द तो बढ़ कर प्यार करे उस प्यार को प्यार ना समझीं।।
चादर मैली और साबन थोड़ा बैठ के किनारे ते धोवेंगा दाग नहीं छूटने पाप वाले धोएगा फिर रोयेंगा।।
Baba Bulleh Shah Shayari In Hindi
कुछ शोंक था यार फकीरी का कुछ इश्क़ ने जग जग रोल दिया कुछ यारां कसर ना छोड़ी है कुछ ज़हर रकीबं घोल दिया।।
Spiritual Bulleh Shah Quotes
दिल दे गुंझल खोल वे माही तू वी ते कुझ बोल वे माही गलियां दे विच रुलदे पए हा हुंदे सी अनमोल वे माही।।
जिस नु लग्गे चोट इश्क़ दी उसदा हाल ते जाने रब्ब पड़ नमाज़ तू इश्क़ वाली बाकी कूर कहानी सब।।
Bulleh Shah Shayari Hindi
उस नु कदे ना माही मिलया जेहड़ा दो घरां दा सांझा इक पासे रख नी हीरे खेड़े रख या राँझा।।
बुल्ले शाह सब झूठ को देखें सच है एक ख़ुदाई रब्बा ना मिला इस दुनियां में पूरी उम्र गवाई।।
Deep Bulleh Shah Quotes In Hindi
इश्क़ की सूली वही चढ़ा जिसने अपनी मैं को पढ़ा नफ़्स अपने से वही लड़ा जो इश्क़ की आग में सड़ा।।
किवें पैरी घुँघरू बनिए सानू नचन दा नहीं चज साडा यार मना दे मुर्शदा तू रख ले साड़ी लज़्ज़।।
Bulleh Shah Quotes On Life
रौनक मैले रुक जांदे ने साह जिस वेले मुक जांदे ने जेहड़े कहन्दे जान तो प्यारा लोड पवे ते लुक जांदे ने।।
जग तो तेनु कुझ नहीं लभना सोना ऐथे भूल जावेंगा उठ जा हुन वी सजदा कर ले काफ़िर मरिया रूल जावेंगा।।
Bulleh Shah Quotes
अलिफ़ अग्ग लगी विच सीने दे सीना तप के वांग तंदूर होया कुझ लोकां दे तानेयाँ मार दित्ता कुझ सज्जन अखियां तो दूर होया।।
इक शीशा लिया था यार देखन लयी ओह वी ज़मीन ते डिग्ग चूर होया बुल्ले शाह लोकी हँस के यार मना लैंदे ते साडा रोना वी ना मंजूर होया।।
Love Bulleh Shah Quotes In Hindi
कोई मुल्ल नहीं जग ते रिश्तेयां दा एह छुटदे छुटदे छूट जांदे कदी प्यार नहीं मुक़दा दिलां विचों साह मुक़दे मुक़दे मुक जांदे।।
Baba Bulleh Shah Quotes In Hindi
बुल्ले शाह रंग फिक्के हो गए तेरे बाजों सारे तू तू करके जित्त गए सी मैं मैं करके हारे।।
किया सवाल मियां मजनू से तेरी लैला रंग की काली है दिया जवाब मियां मजनू ने तेरी आंख ना देखने वाली है और छोड़ बुल्लेया दिल दे दिया अब क्या गोरी क्या काली है।।
Bulleh Shah Shayari Quotes
उच्चे महलां दे विच बह के घर आखन खंडरां नू मल मल साबन ज़हर स्वारन लग्गे ताले अंदरां नू।।
पहाड़ों पर चढ़ते सैलाब देखे काँटों में रुलते गुलाब देखे दौलत पर इतना मान न कर सड़कों पर रुलते नवाब देखे।।
Bulleh Shah Shayari Hindi
कभी महक ना जाती फूलों से फूल सूखते सूखते सूख जाते कोई अहमियत ना जाने प्यार की दिल टूटते टूटते टूट जाते।।
Bulleh Shah Poetry
दुनियादारी में हुआ मशरूफ जो उम्र ज़ाया उस नादान की रहमत रब की उस पर नहीं होती जिसने अच्छाई ना बीच जहां की।।
तू क्यों ढावें मेरी मस्जिद मैं क्यों तोड़ा तेरे मंदिर नू आ जा दोनों बैठ कर पढ़ें एक दूजे के अंदर नू।।
Bulleh Shah Poetry In Hindi
जात पात की बात ना कर तू जात भी ख़ाक तू भी खाक जात सिर्फ खुदा की ऊंची बाकी सब खाक खाक।।
इश्क़ जिन्ना दे हड्डी रचैया ओ किथे भुलदे बुलया जिहना रब्ब मनया इश्क़ नहीं ओ नहीं जांदा भुल्लेया।।
Bulleh shah Shayari in hindi
अगर रब्ब मिलता नहाने धोने से तो मिलता मेंढक और मछियां अगर रब्ब मिलता मंदिर मस्जिद तो मिलता चम्म चडीकियाँ अगर रब्ब मिलता जंगल बेले तो रब्ब मिलता गइयाँ बछियां बुल्ले शाह रब्ब उनको मिलता नियता जीना दिया सचियाँ।।
Baba Bulleh Shah Poetry In Hindi
पत्थर कभी गुलाब नहीं होते कोरे कागज किताब नहीं होते अगर लगा लें यारी बुलया फिर यारों से हिसाब नहीं होते।।
बुलया किसीके झूठे इश्क़ से हमने इश्क़ खुदा का लगाया है और जिसने लगाकर पीछे नहीं हटना हमने ऐसा यार बनाया है।।
Bulleh Shah Poetry Hindi
दिल दा की हाल सुनाएं विच हिज़्र दे घुलदी जावं तेरी याद विच पागल हो के अपना आप भी भुलदी जावां।।
हमने लगाई ईमान की बाज़ी है सज्जन फिर भी ना हुआ राजी है फतवे लगए कुफ़र के काज़ी है आखन हकीकी नहीं इश्क़ मजाज़ी है।।
Bulleh shah shayari in hindi
बहुत बेदरदी यार है आखिर में बेवफाई कर भी तो जाते हैं खा के कसमें पाक कुरान की बाज़ी इश्क़ की हार भी तो जाते हैं चलते साथ यार बन कर सांप के जैसे लड़ भी तो जाते हैं क्या हुआ बुल्ले शाह हमारा यार छोड़ गया लोगों के मर भी तो जाते हैं।।
Bulleh Shah Status
हम जोगी इश्क़ हज़ूर के हमारा बहुत मुश्किल जोग हमारी ज़िंदगी गम में गुज़रती हमें लगे बहुत ही रोग।।
यहां कुछ को मान वफ़ा का और कुछ को मान अदाओं का हम पीले पत्ते पेड़ों के हमें रहता खौफ हवाओं का।।
Bulleh shah shayari in hindi status
नहीं बीतता वक़्त बिछोडे का बिन यार गुज़ारा कौन करे दुनियाँ से किनारा हो सकता है यारों से किनारा कौन करे।।
बुरे लोग में ढूंढने निकला बुरा ना मिलया कोई अपने अंदर झांक कर देखा मुझसे बुरा ना कोई।।
गुस्से में ना आया करो ठंडा करके खाया करो दिन तुम्हारे भी बदल जाएंगे ऐसे ना घबराया कर।।
Bulleh shah shayari in Hindi status
जीवन जीवन हर कोई आखे मौत खड़ी सिर उत्ते तेरे नालों लाख लाख सोहने खाक अंदर जा सुत्ते।।