110+ Best Ali Zaryoun Shayari In Hindi Poetry (2022)
दोस्तों आज हम पाकिस्तान के एक मशहूर शायर का शायरी संग्रह लेकर आये हैं, Ali Zaryoun Shayari In Hindi & Urdu के इस पोस्ट में हम आपके साथ Ali Zaryoun द्वारा लिखी और बोली गयी शायरी और Poetry को शेयर करेंगे। यदि आप शायरी सुन्ना पसंद करते हैं तो आपने अली ज़रयून की शायरी को ज़रूर सुना होगा, इंस्टाग्राम पर लोगों के द्वारा इनकी शायरी को बेहद पसंद और शेयर किया जाता है।
अली ज़रयून का जन्म सन 1983 को पाकिस्तान के फैसलाबाद में हुआ, उनके द्वारा उर्दू, हिंदी और पंजाबी भाषा में शायरी बोले जाने की वजह से वो पाकिस्तान के साथ भारत के लोगों के दिलों पर भी अपनी शायरी से राज करते हैं। और हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा शेयर की गई यह Ali Zaryoun shayari & poetry आपको जरूर पसंद आएगी।।
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Ali Zaryoun Shayari
उसे किसी से मोहब्बत थी और वो मैं नहीं था यह बात मुझसे ज्यादा उसे रुलाती थी।।
तेरा बनता था के तू दुश्मन हो अपने हाथों से खिलाया था तुझे तेरी गाली से मुझे याद आया कितने तानों से बचाया था तुझे।।
तुम्हें लगा है नए सिरे से तुम उसको बातों में फांस लोगे तुम्हें खबर भी नहीं है प्यारे इधर कहानी बदल गयी है।।
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Ali Zaryoun Shayari 2 Line
बात मुक़द्दर की है सारी वक़्त का लिखा मारता है कुछ सजदों में मर जाते हैं कुछ को सज़दा मारता है।।
जागना, और जगा के सौ जाना रात को दिन बना के सौ जाना Text करना तमाम रात उसको उंगलियों को दबा कर सौ जाना।।
हवाएँ उसकी, फिजाएं उसकी जहाँ उसका, दिशाएँ उसकी नहीं बूझेंगे गुलाब उसके बहार ऐसी, खिजाएँ उसकी।।
New Ali Zaryoun Shayari जिस घड़ी यह आदमी, खुद पे खुदा हो जाएगा कहने वाले ने कहा था, सब फना हो जाएगा और शाम के मंज़र को तकना भी इबादत है मेरी मुझको जाने दे मेरा सूरज खफ़ा हो जाएगा।।
मेरे ख़िलाफ़, तेरे कान क्यों ना भरते यह लोग तेरी जमीन पे मेरा नाम जो लिखा हुआ था, मैं चाहता तो ज़माने खामोश कर देता मगर मैं चुप था, तेरे हुक़्म पर रुका हुआ था।।
मैं चाहता था के बता दूं कि देवता नहीं मैं मगर वो हुस्न मेरे नूर से डरा हुआ था रहीम दिन थे, शफात धूप थी, साज़िल शामें इन्हीं दिनों में मेरा तुझसे राब्ता हुआ था।।
Love Ali Zaryoun Shayari Hindi
मशवरे मुफत दिया करते थे दीवानों को क्या हुआ अब तो नसीहत भी नहीं करते हो।।
अब मेरे हाल पे क्यों तुम को परेशानी है अब तो तुम मुझसे मोहब्बत भी नहीं करते हो।।
इतने हसीन चेहरे मिले, तुम नहीं मिले कुछ तो तुम्हारे जैसे मिले, तुम नहीं मिले बारिश, फ़िज़ा, तुम्हारी पसंदीदा चाय पी मिलने के सब इशारे मिले, तुम नहीं मिले।।
Ali Zaryoun Poetry
तंज़ करना है मुझपर, आजी कीजिये कर रहे हैं सब मुझपर, आप भी कीजिये, देख भी लीजिये, बात भी कीजिये खानदानी मुनाफ़िक़ हैं आप इसलिए, दोस्तों की जड़ें खोखली कीजिये आप इसके सिवा कर सकते भी हैं क्या, यानी को कर रहे हैं, वही कीजिये मैं गलत बात बिल्कुल नहीं मानता, बात करनी है जो भी, खरी कीजिये, हश्र के दिन पे क्यों टालते हैं मुझे जो भी करना है मेरा, अभी कीजिये।।
Broken Ali Zaryoun Shayari Poetry
मरने लगता हूँ, एक आवाज़ बचा लेती है ज़िंदगी आखरी लम्हों में, मना लेती है मैं तो बस शेर में, आवाज़ लगाता हूँ उसे खलकत-ए-शहर मुझको सर पे उठा लेती है।।
जिस पे मरती हो, उसे मुड़ के नहीं देखती वो और जिसे मारना हो, यार बना लेती है।।
मन जिसका मौला होता है वो बिल्कुल मुझसा होता है, तुम मुझको अपना कहते हो कह लेने से क्या होता है, अच्छी लड़की ज़िद्द नहीं करते देखो इश्क़ बुरा होता है।।
Ali Zaryoun Shayari Status
जिसने भी हँस के बात की तूने गले लगा लिया, भीड़ में क्या पता चले मेरा रकीबं कौन है? तू भी मरीज़-ए-हिज़्र था, तुझको भी तो शिफ़ा हुई अपने मरीज़ को बता, तेरा तबीब कौन है? शहर में यानी देहर में, अपना कोई नहीं तेरा तुझसा हसीं कोई नहीं, तुझसा गरीब कौन है? उसको अज़ब की है तलाश, मुझमें अजीब कुछ नहीं मुझमें अजीब कुछ नहीं, मुझसा अजीब कौन है?
Ali Zaryoun Shayari In Hindi
मैंने उससे प्यार किया है मलकियत का दावा नहीं, वो जिसके भी साथ है मैं उसको भी अपना मानता हूँ।। चादर की इज़्ज़त करता हूँ और पर्दे को भी मानता हूँ हर पर्दा, पर्दा नहीं होता मैं यह भी अच्छे से जानता हूँ।।
तन्हा ही सही लड़ तो रही है वो अकेली बस थक के गिरी है, अभी हारी तो नहीं।।
यह तू, जो मोहब्बत में सिला मांग रहा है ए शख्स तू अंदर से भिखारी तो नहीं।।
Ali Zaryoun Shayari Lyrics
तुम जो कहते हो सुनूंगा, जो पुकारोगे मुझे जानता हूँ कि तुम्हीं घेर के, मारोगे मुझे ईद के दिन की तरह तुमने मुझे ज़ाया किया मैं समझता था मोहब्बत से गुजरोगे मुझे।।
निहायत पुरकशिश जिस्मों को ठुकराया हुआ हूँ मैं दो कश्मीरी होंटो का नमक खाया हुआ हूँ यह ठंडे जिस्म क्या उसकी कमीं पूरी करेंगे के मै जिस आग के शोलों का देहकाया हुआ हूं।।
Ali Zaryoun Poetry In Hindi
तो किसपे गुस्सा करूँ, कौनसी दुआ करूँ मैं अगर वो मिलने नहीं आ रहा तो, क्या करूँ मैं?
Toh Kispe Gussa Karu
Kaun si Dua Karu Main
Agar Woh Milne Nahi Aa Raha toh
Kya Karu Main…
जिसे मैं रोज़ दुआओं में मांगा करता था अब उसके हक़ में भला कैसे बद्दुआ करूँ मैं।।
Jise Main Roz Duaon Mein
Manga Karta Tha
Ab Uske Haq Mein Bhala
Kaise Baddua Karu Main…
इश्क़ हो जाए, तो कुछ और कहाँ होता है? कुछ नहीं होता वहां, इश्क़ जहाँ होता है।।
Ishq Ho Jaaye, Toh Kuch
Aur Kaha Hota Hai
Kuch Nahi Hota Waha
Ishq Jaha Hota Hai…
Ali Zaryoun Love Shayari
मैं तेरा यार हूँ, दुश्मन भी जानते हैं तेरे तू यार है तो मुझे यार क्यों नहीं लगता तमाम शहर उसे ढोंग जानता है मगर मुझे वो शख्स अदाकार क्यों नहीं लगता।।
Use Kisi Se Mohabbat Thi Ali Zaryoun उसे पता था मैं दुनियाँ नहीं, मोहब्बत हूँ वो मेरे सामने कुछ भी नहीं छुपाती थी उसे किसीसे मोहब्बत थी, और वो मैं नहीं था यह बात मुझसे ज्यादा उसे रुलाती थी।।
इस लिए तो मैं रोया नहीं बिछड़ते समय तुम्हें रवाना किया है, जुदा नहीं किया है यह बदतमीज अगर तुझसे डर रहे हैं तो फिर तुझे बिगाड़ के मैंने बुरा नहीं किया है।।
Ali Zaryoun Shayari Hindi
डरने के लिए है, ना नसीहत के लिए है जिस उम्र में तुम हो, वो मोहब्बत के लिए है क्या है जो मुझे हुक़्म नहीं मानने आते दीवाना तो होता ही बगावत के लिए है।।
अपने यारों से बहुत दूर नहीं होता था यार तू उन दिनों मशहूर नहीं होता था।। मुझको लगता है तुझे दिल की दुआ लग गयी है तेरे चेहरे पे तो यह नूर नहीं होता था।। कोई तो दुख है जो वापस नहीं जाने देता वरना मैं घर से कभी दूर नहीं होता था।।
जो उसपे आनी हो, मुझपे आये मैं अपने सर पे लूँ बलाएं उसकी सिवाए इसके की वो हसीं है कोई बुराई बताएं उसकी जो उसको तरसें, वो मुझपे बरसे के जान मुझसे छुड़ाएं उसकी शराब क्या है?, मैं ज़हर पी लूँ ज़रा तवज़्ज़ो हो जाएं उसकी।।
Pagal Kaise Ho Jaate Hain Ali Zaryoun Lyrics
पागल कैसे हो जाते हैं? देखो ऐसे हो जाते हैं, ख्वाबों का धंधा करती हो कितने पैसे हो जाते हैं दुनियां सा होना मुश्किल है तेरे जैसे हो जाते हैं मेरे सब काम खुदा करता है तेरे वैसे हो जाते हैं।।
Ali Zaryoun Shayari In Urdu
Pagal Kaise Ho Jaate Hain
Dekho Aise Ho Jaate Hain
Khwabon Ka Dhandha Karti Ho
Kitne Paise Ho Jaate Hain
Duniya Sa Hona Mushkil Hai
Tere Jaise Ho Jaate Hain
Mere Sab Kaam Khuda Karta Hai
Tere Waise Ho Jaate Hain…
Dosto Yeh Sab Shayari Or Poetry ALi Zaryoun Ke Duara Likhi Aur Boli Gayi Hai, Jise Humne Youtube Or Instagram Jaise Alag Alag Platform Se Ekatrit Karke Yaha Par Likha Hai. Umeed Hai Aapko Yeh Shayari Pasand Aayi Hogi. Agar Aap Ali Zaryoun Shayari Ke Jaisi Aur Bhi Shayari Padhna Chahte Hain Toh Aap Hamare Blog Ke Saath Jude Rahein. Dhanyawad…