Gussa Shayari in Hindi |20+ गुस्सा शायरी | प्यार में गुस्सा होना शायरी
gussa Shayari: दोस्तों इस पोस्ट में गुस्सा शायरी हिंदी में लिखी गयी है, गुस्सा हर किसी को आता है और जब प्यार में गुस्सा हो तो इसकी बात ही अलग है प्यार में रूठना मनाना चलता रहता है और जहां प्यार होता है वहां कभी गुस्सा भी ज्यादा वक्त टिक नहीं पाता। ऐसे ही कुछ प्यार में रूठने मनाने और गुस्सा होने की शायरी आप पढोगे।
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Gussa shayari in Hindi | Best Gussa Shayari For Love
बात बात पर तू नाराज़ हो जाता है और फिर कहता है कि मुझे बहुत चाहता है गुस्सा तो मुझे भी तुम पर बहुत आता है पर तेरा चेहरा देखते ही चला जाता है
Baat baat par tu naraaz ho jata hai Aur fir kehta hai ki mujhe bahut chahta hai Gussa toh mujhe bhi tum par bahut aata hai Par tera chehra dekhte hi chalaa jaata hai
यह प्यार वाला गुस्सा भी अजीब होता है दोनों ऑनलाइन रहेंगे, एक दूसरे की डीपी देखेंगे लेकिन मैसेज कोई नही करेगा और सबसे बड़ी बात दोनों मैसेज के इंतेज़ार में होंगे
Yeh pyar wala gussa bhi ajeeb hota hai Dono online rahenge, ek dusre ki DP dekhenge Lekin message koi nahi karega Aur sabse badi baat dono message ke intezaar mein rahenge
मुझे तेरे गुस्से से डर नहीं लगता तेरा गुस्सा में झेल लेती हूँ हाँ, दिल तो दुखता है तेरे गुस्से से लेकिन तुझे खोने के डर से चुप रहती हूँ
Mujhe tere gusse se darr nahi lagta Tera gussa mein jhel leti hu Ha, Dil toh dukhta hai tere gusse se Lekin tujhe khone ke darr se chup rehti hu
Gussa Shayari For Girls in Hindi
तेरे बाद जो भी रिश्ता बनेगा उसका नाम मजबूरी है छोड़ दो सब गुस्सा जान क्या दूर होना जरूरी है
Tere baad jo bhi rishta banega Uska naam majboori hai Chhod do sab gussa jaan Kya door hona zaruri hai
ना दिल के बुरे हैं हम ना कोई आदत बुरी है बस गुस्सा ही रोक नहीं पाते तुमसे दूर रहने की यही मजबूरी है
Naa dil ke bure hai hum Naa koi aadat buri hai Bas gussa hi rok nahi paate Tumse door rehne ki yahi majburi hai
मुझसे लड़ो झगड़ो चाहे जितना भी लेकिन रिश्ता तोड़ मत देना मुझ पर गुस्सा करो चाहे कितना भी लेकिन हमें छोड़ मत देना
Mujhse laddo jhagdo chahe jitna bhi Lekin rishta todd mat dena Mujh par gussa karo chahe kitna bhi Lekin humein chhod Mat dena
गुस्सा करता हूँ तुम पर तुमसे नाराज़ भी हो जाता हूँ लेकिन फिर भी यकीन मानो सिर्फ तुझे ही चाहता हूँ
Gussa karta hu tum par Tumse naraaz bhi ho jaata hu Lekin fir bhi yakin maano Sirf tujhe hi chahta hu
माना कि बहुत लड़ते हैं लेकिन प्यार भी बहुत करते हैं हमारे गुस्से से नाराज़ ना हो जाना प्यार दिल से और गुस्सा ऊपर से करते हैं
Maana ki bahut ladte hai Lekin pyar bhi bahut karte hai Humare gusse se naraz naa ho jana Pyar dil se aur gussa upar se karte hai
इश्क़ में शक और गुस्सा वही लोग करते हैं जो आपको खोने से डरते हैं और बात बात पर वही डरते हैं जो आपको दिल से प्यार करते हैं
Ishq mein shaq aur gussa wahi logg karte hai Jo aapko khone se darte hai Aur baat baat pae wahi darte hai Jo aapko dil se pyar karte hai
तुम्हारा तो गुस्सा भी इतना प्यारा है के जी करता है दिन भर तुमसे झगड़ा ही करता रहूं
Tumhara to gussa bhi itna pyara hai Ke jee karta hai din bhar tumse Jhagda karta rahu
Gussa shayari for love
प्यार लफ़्ज़ों में नहीं होता दिल में होता है और गुस्सा लफ़्ज़ों में होता है दिल मे नहीं
Pyar lafzon mein nahi hota Dil se hota hai Aur gussa lafzon mein hota hai Dil mein nahi
गुस्सा आता ही नहीं तेरी किसी बात पर ना जाने कितनी मोहब्बत हो गयी तुमसे
Gussa aata hi nahi teri kisi baat par Naa jane kitni mohabbat ho gayi tumse
किसी के गुस्से को उसकी नफरत मत समझो क्योंकि गुस्सा वो ही करता है जो फिक्र करता है
Kisi ke gusse ko uski nafrat mat samjho Kyunki gussa woh hi karta hai jo fikr karta hai
Pyar me gussa shayari
बहुत गुस्सा होता है कभी कभी तुम पर गुस्सा निकालना भी दिल चाहता है लेकिन जब आपकी आवाज सुन लेता हूँ तो गुस्से की जगह प्यार आ जाता है
Bahut gussa hota hai kabhi kabhi tum par Gussa nikalna bhi dil chahta hai Lekin jab aapki awaaz sun leta hu To gusse ki jagah pyar aa jaata hai
मुझे गुस्सा उन पर नहीं खुद पर आता है के मैंने इतनी ज्यादा उन्हें मोहब्बत क्यों दी थी
Mujhe gussa un par nahi khud par aata hai Ke maine itni jyada unhe mohabbat kyun di thi
जैसे बिन बादल बरसात नहीं होती जैसे बिन चाँद कभी रात नहीं होती ऐसे ही गुस्सा छोड़ो मेरी जान क्योंकि मरने के बाद बात नहीं होती
Jaise bin badal barsaat nahi hoti Jaise bin chand kabhi raat nahi hoti Aise hi gussa chhodo meri jaan Kyunki marne ke baad baat nahi hoti
उसके गुस्से पर भी हमें प्यार आता है और हम यह सोच कर मुस्करा दिया करते हैं की कोई तो है जो हम पर अपना हक जताता है
Uske gusse par bhi humein pyar aata hai Aur hum yeh soch kar muskura diya karte hai Ki koi to hai jo hum par apna hak jatata hai
बदल दिए हैं हमने भी नाराज़ होने के तरीके अब रूठने की बजाए आगे बढ़ जाते हैं
Badal diye hai humne bhi naraaz hone ke tarike Ab ruthne ki bazaye aagay badh jaate hai
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