Mayusi Shayari In Hindi 2021 | मायूसी पर शायरी
Mayusi Shayari: दोस्तों आज हम आपके लिए लेकर आये हैं मायूसी पर शायरी यानी उदास होने वाली शायरी हम आपके सामने पेश कर रहे हैं, यदि आप भी किसी से धोखा खाने के बाद मायूस और उदास है तो यह शायरी आपके लिए ही है क्योंकि इससे आपके दिल मे उठ रहे दर्द ए दिल को राहत जरूर मिलेगी।
आप इस शायरी को आपने दोस्तों के साथ साँझा करके अपना दर्द उनके साथ साँझा कर सकते हो। जैसे कि आप जानते ही हो कि दर्द बांटने से दिल हल्का हो जाता है तो यह शायरी आपके दर्द ए दिल पर महरम का काम करेगी।
मायूसी पर शायरी | Mayusi Shayari in hindi
तेरे बिना ना रात निकले ना ही दिन में कहीं चैन है तेरे बिना हम तड़पते है हर दम हम खुश हैं यह तेरा वहम है
Tere bina naa raat nikle naa hi din mein kahi chain hai Tere bina hum tadapte hai har dam hum khush hai yeh tera vaham hai
कभी मिलने का वादा करो हमसे फिर बताएंगे दिल की एक एक बात जब तुम शादी कर चली गयी थी हमने कैसे बिताई तबसे एक एक रात
Kabhi milne ka vaada karo humse Fir batayenge dil ki ek ek baat Jab hum shaadi kar chali gayi thi Humne kaise bitaayi tabse ek ek raat
Sad mayusi shayari
मेरे हाथ में अपना हाथ रहने दो यह जो बना है हमारा रिश्ता इसे साथ रहने दो मुझे यूँ छोड़ कर जाने की बातें ना करो मेरे दिल पर अपना तुम राज़ रहने दो
Mere haath mein apna haath rehne do Yeh jo bana hai humara rishta isey saath rehne do Mujhe yu chhod kar jaane ki baatein naa karo Mere dil par apna tum raaz rehne do
मेरी मायूसी की वजह ना पूछ मैं तो तेरे बारे में सोच कर ही मायूस हो जाता हूँ
Meri mayusi ki wajah na puchh Main toh tere bare mein soch kar hi mayus ho jaata hu
Mayusi Par Shayari
कोई पूछता है उसके बारे में तो सब ठीक है बताता हूँ फिर उसके ज़ख्मों के साथ पूरी रात रो कर बिताता हूँ
Koi puchta hai uske bare mein toh sab theek hai batata hu Fir uske zakhmo ke saath poori raat rokar bitata hu
मेरे साथ दूर तक चलने के वो वादे करता रहा मेरे ज़ख्मों को भरने के वो दिलासे देता रहा पीठ पीछे हमारी उसने ऐसा खंजर चलाया के हम समझ ही ना पाए वो दगा करता रहा
Mere saath door tak chalne ke woh vaade karta rha Mere zakhmo ko bharne ke woh dilase deta raha Peeth peeche humari usne aisa khanzar chalaya Ke hum samjh hi naa paaye woh daga karta raha
Mayusi shayari in hindi
वो दूर बैठा मुझे कहीं बुलाता है उसका चेहरा मुझे सपनों में नज़र आता है वो मज़बूरी में चला तो गया हमें छोड़ कर पर शायद अब भी भूल ना पाता है
Woh door betha mujhe kahi bulata hai Uska chehra mujhe sapno mein nazar aata hai Woh majboori mein chala toh gaya hamein chhod kar Par shayad ab bhi bhool naa paata hai
Mayusi Shayari in hindi | मायूसी पर शायरी
फ़र्ज़ मोहब्बत का वो कुछ ऐसे निभाते रहे मुझसे दूर होकर भी वो मुझे चाहते रहे जब जब भी दिल मेरा उसे भूलने लगता तो वो ख़्वाबों में एक तस्वीर बन कर आते रहे
Farz mohabbat ka woh kuch aise nibhate rahe Mujhse door hokar bhi woh mujhe chahte rahe Jab jab bhi dil mera usey bhulne lagta toh Woh khawabon mein ek tasveer ban kar aate rahe
Dard bhari mayusi shayari
मैं ज़मीन पर रहने वाला उसके आसमान के सपने पूरे करना चाहता था मैं एक छोटे से घर का लड़का उस बड़े घर की लड़की को बहुत चाहता था
Main zameen par rehne wala uske aasman ke sapne poore karna chahta tha Main ek chhote se ghar ka ladka us bade ghar ki ladki ko bahut chahta tha
नहीं रुकेंगे यह ठान कर उससे प्यार किया था किसी आगे नहीं झुकेंगे और उसे खोने नहीं देंगे हम हर लम्हां हर वक़्त तेरे दिल में रहेंगे और कभी नहीं निकलेंगे तू निकालना चाहेगी तो भी
Nahi rokenge yeh thaan kar usse pyar kiya tha Kisi agay nahi jhukenge aur usey khone nahi denge Hum har lamha har waqt tere dil mein rahenge Aur kabhi nahi nikalenge tu nikalna chahegi toh bhi
अब वो पुराने रिश्ते सब धीरे धीरे छोड़ने लगा है वो पुराने लोगों से नाता अब तोड़ने लगा है उसे मिले हैं कुछ नए लोग बहुत चाहने वाले जानी इसलिए वो अब तेरा भी दिल तोड़ने लगा है
Ab woh purane rishte sab dheere dheere chhodne laga hai Woh purane logon se naata ab todne laga hai Usey mile hai kuch naye logg bahut chahne wale jaani Is liye woh ab tera bhi dil todne laga hai
उसने दूर जाकर हमसे हमें रुला दिया हम ना भूल सके उसने एक पल में भुला दिया उसने मेरी जान को मुझसे ही जुदा किया मेरे दिल को उसने मेरा रहने ना दिया
Usne door jakar humse humein rula diya Hum naa bhool sake usne ek pal mein bhoola diya Usne meri jaan ko mujhse hi judaa kiya Mere dil ko usne mera rehne naa diya
हमने उससे बिछड़ कर भी उसे चाहा है हर एक लम्हां उसकी याद में बिताया है हमने हर वक़्त उसको अपना बताया है पर उसको हमपर कभी यकीन ना आया है
Usne usse bichhad kar bhi usey chaha hai Har ek lamha uski yaad mein bitaya hai Humne har waqt usko apna bataya hai Par usko hum par kabhi yakin naa aaya hai
वो धीरे धीरे मेरी ज़िंदगी मे आया और एकदम से जान बन गया वो मेरे दिल और मेरे लबों की एक ज़ुबान बन गया जो दिखती है इन लबों पर मुस्कुराहट वो इन लबों की मुस्कान बन गया और जब हो गयी हमें उसकी आदत तो वो हमें छोड़ हमसे अनजान बन गया
Woh dheere dheere meri zindagi mein aaya aur ekdam se jaan ban gaya Woh mere dil aur mere labon ki ek juban ban gaya Jo dikhati hai in labon par muskurahat woh in labon ki muskan ban gaya Aur jab ho gayi hume uski aadat toh woh humein chhod humse anjaan ban gaya
मेरे दूर जाने पर तुम मायूस ना हो जाना मुझे रुलाते रहते हो फिर तुम आंसू ना बहाना मैं तो तुमसे दूर होकर जी। पाऊं या नहीं पर तुम अपनी इस ज़िन्दगी को बर्बाद मत करना
Mere door jaane par tum mayus na ho jaana Mujhe rulate rehte ho fir tum aansu naa bahana Main toh tumse door hokar hee paun ya nahi Par tum apni is zindagi ko barbad mat karna
मेरे कदम के साथ कदम मिला कर चलता था मेरे इश्क़ के सहारे जो इस दुनिया से लड़ता था वो आज बिछड़ गया मुझसे जो मुझे अपना कहता था
Mere kadam ke saath kadam mila kar chalta tha Mere ishq ke sahare jo is duniya se ladta tha Woh aaj bichhad gaya mujhse jo mujhe apna kehta tha
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