50+ जख्म दर्द शायरी | Best Zakhm Dard Shayari
दोस्तों हम आपके लिए जख्म दर्द शायरी लेकर आये हैं हमें उम्मीद है कि आपको यह zakhm dard shayari in hindi बेहद पसंद आएगी। यदि आपको यह शायरी पसंद आये तो आप इसको अपने दोस्तों, प्रेमी और प्रेमिका से जरूर साँझा करें।
आप इस शायरी को उसके साथ ज़रूर शेयर करें जिसने आपको जख्म और दर्द दिए। तो चलिए दोस्तों शुरू करते हैं जख्म दर्द शायरी:-
जख्म दर्द शायरी | Zakhm Dard Shayari
जख्म भरता नहीं है मरहम लगाने से
दर्द बढ़ता ही जाता है तेरी याद आने से
Zakhm Bharta Nahi Hai Marham Lagane Se
Dard Badhta Hi Jata Hai Teri Yaad Aane Se
मुझे मिला जो दर्द उसे तुम खत्म कर दो
अपने प्यार से मेरे दिल के जख्म भर दो
Mujhe Mila Jo Dard Usey Tum Khatam Kar Do
Apne Pyar Se Mere Dil Ke Zakham Bhar Do
नए जख्म दर्द लगता है फिर से मिलने जा रहे हैं
ज़िंदगी में प्यार करने वाले लोग फिरसे आ रहे हैं
Naye Zakhm Dard Lagta Hai Firse Milne Jaa Rahe Hai
Zinda Mein Pyar Karne Wale Log Firse Aa Rahe Hai
जख्म दर्द शायरी
अपनो के दिये जख्म कभी भरते नहीं
इसलिए हम अपनो पर भरोसा करते नहीं
Apno Ke Diye Zakhm Kabhi Bharte Nahi
Isliye Hum Apno Par Bharosa Karte Nahi
हमें धोखा देना बेवफ़ाई करना आता नहीं
सच्चा इश्क़ कभी जख्म देना सिखाता नहीं
Hume Dhokha Dena Bewafai Karna Aata Nahi
Sacha Ishq Kabhi Zakhm Dena Sikhata Nahi
जख्म दर्द शायरी
जख्म दिए ऐसे के दर्द से कराह रहा हूँ
आकर लगा दो मरहम में मरता जा रहा हूँ
Zakhm Diye Aise Ke Dard Se Karaah Raha Hu
Aakar Laga Do Marham Main Marta Ja Raha Hu
वार किया दिल पर जख्म कर दिया तूने गहरा
फिर भी तुम्हें ही पुकारता रहता है दिल मेरा
War Kiya Dil Par Zakhm Kar Diya Tune Gehra
Fir Bhi Tumhe Hi Pukarta Rehta Hai Dil Mera
मेरे सर पर हाथ रख वो झूठी कसमे खाती थी
वो हर रोज़ एक नया जख्म देकर जाती थी
Mere Sar Par Hath Rakh Woh Jhuthi Kasme Khati Thi
Woh Har Roz Ek Naya Zakhm Dekar Jaati Thi
जख्म दर्द शायरी
तेरे इश्क़ में ऐसा डूबा के कुछ सोच ना पाया
दर्द लेकर बैठा हूँ इश्क़ में खुद को रोक ना पाया
Tere Ishq Mein Aisa Dooba Ke Kuch Soch Na Paya
Dard Lekar Betha Hu Ishq Mein Khud Ko Rok Na Paya
आंखों से तीर चला कर जख्मी कर दिया दिल मेरा
बेवफ़ाई की तूने तो पता चला यह झूठा प्यार था तेरा
Aankhon Se Teer Chala Kar Zakhmi Kar Diya Dil Mera
Bewafai Ki Tune Toh Pata Chala Yeh Jhutha Pyar Tha Tera
बेवफा से कभी दिल मत लगाना
हो जाए प्यार तो ज्यादा मत जताना
मिले फिर इश्क़ में बेवफ़ाई और जख्म
तो एक बुरा सपना समझ भूल जाना
Bewafa Se Kabhi Dil Mat Lagana
Ho Jaye Pyar Toh Jyada Mat Jatana
Mile Fir Ishq Mein Bewafai Aur Zakhm
Toh Ek Bura Sapna Samjh Bhool Jana
जख्म दर्द शायरी
तू भी तड़पे मेरी तरह इश्क़ में
तेरा दर्द-ए-दिल ना रुक पाए
कोई करे धोखा तेरे साथ फिर
बेवफ़ाई का जख्म ना भर पाए
Tu Bhi Tadpe Meri Tarah Ishq Mein
Tera Dard-Ae-Dil Na Ruk Paaye
Koi Kare Dhokha Tere Saath Fir
Bewafai Ka Zakhm Na Bhar Paye
होता है दर्द तो होने देता हूँ
खुद को जी भरकर रोने देता हूँ
मुझे बर्बाद करना चाहती हो तुम चलो
तेरी बेवफ़ाई में खुद को खोने देता हूँ
Hota Hai Dard Toh Hone Deta Hu
Khud Ko Jee Bhar Kar Rone Deta Hu
Mujhe Barbad Karna Chahti Ho Tum Chalo
Teri Bewafai Mein Khud Ko Khone Deta Hu
बेवफ़ाई का दर्द देकर हँसते हैं ज़ालिम
कुछ ऐसे इश्क़ कर के वो कहर ढाते हैं
Bewafai Ka Dard Dekar Haste Hai Zaalim
Kuch Aise Ishq Kar Ke Woh Qahar Dhate Hai
जख्म दर्द शायरी
फूलों जैसा था जो कांटों से जख्म दे गया
जो मिटता नहीं कभी ऐसा वो दर्द दे गया
Phoolon Jaisa Tha Jo Kanto Se Zakhm De Gaya
Jo Mitetaa Nahi Kabhi Aisa Woh Dard De Gaya
जो बहुत प्यार से आपकी ज़िंदगी में आते हैं
वही जख्म, दर्द और बेवफ़ाई देकर चले जाते हैं
Jo Bahut Pyar Se Aapki Zindagi Mein Aate Hai
Wahi Zakhm Dard Aur Bewafai Dekar Chale Jate Hai
जख्म दर्द शायरी status
तेरे दिए दर्द को लेकर अब तक ना संभल पाए
तेरे दिए दिल पर जख्म आज तक ना भर पाए
Tere Diye Dard Ko Lekar Ab Tak Na Sambhal Paaye
Tere Diye Dil Par Zakhm Aaj Tak Ja Bhar Paaye
तुझसे प्यार करता हूँ इसलिए तेरे दिये जख्मों को
तोहफा समझ में अपने पास संभाल रखता हूँ
Tujhse Pyar Karta Hu Isliye Tere Diye Zakhmo Ko
Tohfa Samajh Mein Apne Paas Sambhal Rakhta Hu
जख्म दर्द शायरी status
यह जो जख्म देती हो बेवफ़ाई के
इनका दर्द तुम्हें हो तो सह ना पाओगी
Yeh Jo Zakhm Deti Ho Bewafai Ke
Inka Dard Tumhe Ho Toh Seh Na Paogi
यह बेवफ़ाई के जख्म मरहम लगाने से भरते नहीं
इश्क़ खुदा का नाम है इसमें बेवफ़ाई करते नहीं
Yeh Bewafai Ke Zakhm Marham Lagane Se Bharte Nahi
Ishq Khuda Ka Naam Hai Isme Bewafai Karte Nahi
जख्म दर्द शायरी status
जख्म देकर दर्द वो देती ही जा रही है
बेवफ़ाई कर वो हमें हर रोज़ तड़पा रही है
Zakhm Dekar Dard Woh Deti Hi Jaa Rahi Hai
Bewafai Kar Woh Hume Har Roz Tadpa Rahi Hai
यूँ तुम हमे क्यों तड़पा रही हो
रोज़ हमसे दूर होते जा रही हो
जख्म देकर हँसती हो गैरों के साथ
मुझे दर्द देकर बेगाना बनाती जा रही हो
Yun Tum Hume Kyun Tadpa Rahi Ho
Roz Humse Door Hote Jaa Rahi Ho
Zakhm Dekar Hasti Ho Gairon Ke Sath
Mujhe Dard Dekar Begana Banati Ja Rahi Ho
Zakhm dard shayari in hindi
इतने टूट गए हैं इश्क़ में कि हँस भी ना पाते हैं
तेरे दिए जख्म हमें हर रात को दर्द देकर रुलाते है
Itne Toot Gaye Hai Ishq Mein Ki Hass Bhi Na Paate Hai
Tere Diye Zakhm Hume Har Raat Ko Dard Dekar Rulate Hai
जख्म दर्द शायरी status
काश बनाने वाले ने यह दिल कांच का बनाया होता
तोड़ने वाला इसे हाथों से तोड़ पछताया होता
तोड़ता जब दिल तो उसको दर्द ने तड़पाया होता
काश तोड़ने वाले के हाथ में भी जख्म आया होता
Kaash Banane Wale Ne Yeh Dil
Kanch Ka Banaya Hota
Todne Wala Isey Haaton Se
Todd Kar Pachhtaya Hota
Todta Jab Dil Toh Usko
Dard Ne Tadpaya Hota
Kaash Todne Wale Ke Haath
Mein Bhi Zakhm Aaya Hota
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