30+ तकलीफ शायरी | Best Takleef Shayari 2021
Takleef Shayari: दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम तकलीफ शायरी लेकर आये हैं “तकलीफ” शब्द का अर्थ किसी द्वारा दिया गया दर्द होता है। आपको वैसे तो तकलीफ पर बहुत सारी शायरी मिल जाएगी लेकिन हम आपके लिए स्पेशल प्यार में मिलने वाले दर्द और तकलीफ पर शायरी लेकर आये हैं।
बहुत बार ऐसा होता है के हम किसी से प्यार करते हैं लेकिन वो हमसे प्यार के नाम पर टाइम पास करता रहता है और हमको उसका ऐसा करना तकलीफ और दर्द देता है। ऐसे ही पलों पर यह Takleef Shayari का संग्रह हम आपके लिए लेकर आये हैं।
Best Takleef Shayari 2021
तुम्हारा रूठ जाना हमें तड़पाता है तेरा गैरों से बात करना दिल जलाता है हमें देख कर तेरा अनदेखा कर देना दिल को दर्द और तकलीफ दे जाता है
Tumhara rooth jana humein tadpata hai Tera gairon se baat karna dil jalata hai Humein dekh kar tera andekha kar dena Dil ko dard aur takleef de jaata hai
काश कोई मेरे लिए गम सहे काश कोई मेरी वजह से जिंदा रहे काश कोई हो ऐसा जो ज़िन्दगी में हमारी तकलीफ को अपनी कहे
Kaash koi mere liye gam sahe Kaash koi meri wajah se zinda rahe Kaash koi ho aisa jo zindagi mein Humari taklif lo apni kahe
हाथ तो उनके भी ज़ख्मी हुए होंगे इस पत्थर दिल को तोड़ वो कहाँ खुश रहे होंगे जब तोड़ा होगा हमारा दिल बेरहमी से तकलीफ से उनके आँसू भी बहे होंगे
Haath toh unke bhi zakhmi huye honge Is pathar dil ko todd woh kaha khush rhe honge Jab todda hoga humara dil berahmi se Taklif se unke aansu bhi bahe honge
तकलीफ होती है हमें जब तू किसी और से नज़रें मिलाता है तकलीफ होती है जब हमें बेगाना और गैरों को तू अपना बताता है
Takleef hoti hai hume jab tu kisi aur se nazrein milata hai Takleef hoti hai jab humein begana aur gairon ko apna batata hai
एक वो ही था जो मेरी तकलीफ समझ पाता था मेरे रूठ जाने पर मुझे जानी जानी कह कर मनाता था ना जाने वो आज कैसे बदल गया जो हमें उदास देखकर खुश उदास हो जाता था
Ek woh hi tha jo meri taklif samajh paata tha Mere rooth jane par mujhe jaani jaani keh kar manata tha Naa jaane woh aaj kaise badal gaya Jo humein udaas dekhkar khush ho jaata tha
तुम मुझे दर्द देकर अगर खुश हो तो मैं तेरी खुशी में खुश हो जाऊंगा मुझे जितनी तकलीफ देनी है दे लो मैं तेरा दिया हर एक गम सहता जाऊंगा
Tum mujhe dard dekar agar khush ho toh Main teri khushi mein khush ho jaunga Mujhe jitni takleef deni hai de lo Main tera diya har ek gam sehta jaunga
मैंने अपना दर्द तुझे कभी दिखाया नहीं अपना गम बोल कर किसी को सुनाया नहीं चेहरे से तो रहता हूँ हमेशा खुश मगर कितनी तकलीफ में हूँ तुझे कभी बताया नहीं
Maine apna dard tujhe kabhi dikhaya nahi Apna gam bol kar kisi ko sunaya nahi Chehre se toh rehta hu humesha khush Magar kitni taklif mein hu tujhe kabhi bataya nahi
तुझे गैर पसंद थे और मुझे तेरा गैरों से बात करना तकलीफ देता था
Tujhe gair pasand the Aur mujhe tera gairon se Baat karna taklif deta tha
मैं तेरे दिए हर एक सितम को हँस कर सहता था तुझे खोने के डर से मैं हमेशा चुप रहता था
Main tere diye har ek sitam ko hass kar sehta tha Tujhe khone ke darr se main humesha chup rehta tha
बेवफा से प्यार कर खुद को तकलीफ देता हूँ मैं उसके इंतेज़ार में तड़पता रहता हूँ
Bewafa se pyar kar khud ko taqleef deta hu Main uske intezaar mein tadpata rehta hu
Takleef Shayari 2 Line
उसके आने से मेरा चेहरा खिल जाता है मगर जब वो जाता है तकलीफ देकर जाता है
Uske aane se mera chehra khil jaata hai Magar jab woh jaata hai takleef dekar jaata hai
हम खुद को तकलीफ देकर मज़बूत कर चुके हैं ताकि किसी के तकलीफ देने पर दर्द ना हो
Hum khud ko taqlif dekar majboot kar chuke hai Taa ki kisi ke taqleef dene par dard naa ho
बेफवा को हम अपना दिल थमा बैठे खशियों की तलाश में हम तकलीफ पा बैठे
Bewafa ko hum apna dil thama bethe Khushiyon ki talash mein hum taqleef paa bethe
मौत तो बेवजह बदनाम है तकलीफ तो ज़िन्दगी देती है जिसको हमने जान माना उसकी यादें ही जान लेती है
Maut toh bewajah badnam hai Takleef toh zindagi deti hai Jisko humne jaan maana Uski yaadein hi jaan leti hai
तुम्हें हमारी तकलीफों से वाकिफ कराएँगे वक़्त बदलने दो हम भी तुम्हें तड़पाएँगे तुम तड़पते रहोगे हमें पाने के लिए हम किसी और के हो जाएंगे
Tumhe humari takleefon se waqif karayenge Waqt badlne do hum bhi tumhe tadpayenge Tum tadapte rahoge hume paane ke liye Hum kisi aur ke ho jayenge
हमारे दिल में हर रोज़ एक सवाल आता है वो सवाल हमें तकलीफ से तड़पाता है के जो भी वफ़ा करता है इश्क़ में वो अक्सर अकेला क्यों रह जाता है
Humare dil mein har rozz ek sawal aata hai Woh sawal hume taklif se tadpata hai Ke jo bhi wafa karta hai ishq mein Woh aksar akela kyun reh jaata hai
Takleef shayari in hindi
ज़िन्दगी में सिर्फ दर्द और गम पाया है जो हमारा था हमने वो गवाया है दूसरों को खुशी देने के लिए खुद को तकलीफ से वाकिफ कराया है
Zindagi mein sirf dard aur gam paya hai Jo hamara tha humne woh gawaya hai Dusron ko khushi dene ke liye Khud ko taqleef se waqif karaya hai
मोहब्बत की जितनी लोग करते हैं तारीफ उससे ज्यादा इस इश्क़ में है तकलीफ
Mohabbat ki jitni logg karte hai tareef Usse jyada is ishq mein hai takleef
हम रहते थे जो खुश, उसने हमें उदास कर दिखाया है हम जानते ना थे क्या होता है दर्द उस बेवफा ने तकलीफ से वाकिफ कराया है
Hum rehte the jo khush Usne hume udaas kar dikhaya hai Hum jante naa the kya hota hai dard Us bewafa ne takleef se waqif karaya hai
प्यार में खुशियाँ मिलती हैं यह सुना था जब करके देखा तो तकलीफों को जाना हमने
Pyar mein khushiyan milti hai yeh suna tha Jab karke dekha toh takleefon ko jana humne
बहुत से लोगों को छोड़ मै तेरे पास आया था तुम्हें अपना समझा तुमने मुझे ठुकराया था तुमसे हम आस करते थे ख़ुशियों की मगर तू हमारी ज़िंदगी में तकलीफ लेकर आया था
Bahut se logon ko chhod main tere paas aaya tha Tumhe apna samjha tumne mujhe thukraya tha Tumse him aas karte the khushiyon ki magar Tu humari zindagi mein takleef lekar aaya tha
उसने हमें बहुत आज़माया है इश्क़ में दर्द सहने के काबिल बनाया है जिससे हम पाना चाहते थे खुशियाँ उससे तकलीफों का भंडार पाया है
Usne hume bahut azmaya hai Ishq mein dard sehne ke kaabil banaya hai Jisse hum paana chahte the khushiyan Usse takleefon ka bhandar paya hai
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